चूरू, २२ अक्टूबर। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद ने कहा है कि सरकारी राशि का सदुपयोग होना चाहिए और इससे होने वाले सार्वजनिक कार्यों की उपयोगिता पहले ही सुनिश्चित कर ली जानी चाहिए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई बार आनन-फानन में अदूरदर्शितापूर्ण निर्माण कार्य हो जाते हैं, जो बाद में बेकार पड़े रहते हैं। इस तरह सरकारी धन का दुरूपयोग नहीं होना चाहिए। उन्हांेने कहा कि अधिकारी जब भी ग्रामीण क्षेत्राों में जाएं तो संपूर्ण स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रमों की सघन मॉनेटरिंग करें। उन्होंने कहा कि निर्मल ग्राम व संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम ऐसे अभियान हैं, जिनमें लोगांें को प्रेरित कर ही लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार इस तरह से होना चाहिए कि अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम से जुड़ें। इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने एनीमेटरों के माध्यम से निर्मल ग्राम शौचालयों के निर्माण के लिए नवीन सर्वे करवाने, स्वजलधारा की प्रगति व क्रियान्विति के लिए समिति बनाने, व्यक्तिगत शौचालयों, स्कूल शौचालयों, आंगनबाड़ी शौचालयों, सामुदायिक शौचालयों के लक्ष्य शत-प्रतिशत हासिल करने, सजल ग्राम पुरस्कार के लिए प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने तथा अगले सत्रा में निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए बेहतरीन कार्ययोजना बनाने तथा ३१ अक्टूबर तक सभी कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्रा तैयार कर भिजवाने के निर्देश दिए। संपूर्ण स्वच्छता अभियान के जिला समन्वयक मनोज शर्मा ने संपूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम में प्रगति की जानकारी दी। इस मौके पर कार्यवाहक एसीईओ दयानंद ढाका, अधीक्षण अभियंता (जलदाय) मदनसिंह राठौड़, राजगढ़ बीडीओ गोपीराम महला, वेदप्रकाश शर्मा, सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
Thursday, October 22, 2009
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