Saturday, December 12, 2009

निरीक्षण कार्यक्रम को प्रभावी बनाया जाये- कलक्टर

चूरू, 12 दिसंबर। जिला कलक्टर के के पाठक ने कहा कि नरेगा राष्ट्रीय स्तर की एक महत्वाकांक्षी योजना है जो जिले में ग्रामीणों को रोजगार मुहैया करवा रही है। इसमें योजना के क्रियान्वयन में किसी तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला कलक्टर शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित नरेगा संबंधी बैठक को संबोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने कहा कि नरेगा के समुचित क्रियान्वयन के लिए आवश्यक है कि निरीक्षण कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारियों अपने निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित करें कि किसी भी प्रकार की कोई गडबड़ी किसी भी स्तर पर नहीं चल रही है। उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण के बाद यदि गंभीर अनियमितता मिलती है तो तुरंत जिला स्तर पर सूचित करें । उन्होंने कहा कि घोषित निरीक्षण से पूर्व ग्राम सेवक तथा रोजगार सहायक को सूचित कर रिकार्ड तैयार रखने के लिए निर्देशित करें। इस मौके पर रोजगार संबंधी, मेटेरियल कंपोनेंट तथा व्यय संबंधी रिकार्ड चैक करें और सुनिश्चित करें कि कहीं भी सामग्री का नकद भुगतान तो नहीं हो रहा। मजदूरों को समय पर भुगतान किया जाना भी सुनिश्चित करें। इस दौरान ग्रामीणों के परिवाद भी सुनें। उन्होंने कहा कि नरेगा में भी बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित तथा गड़बड़ी करने वालोें को हतोत्साहित किया जाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान उपस्थिति, कार्य स्थल की सुविधाएं तथा समस्त मस्टररोल, समूह माप प्रपत्रा आदि जांच करें। यह भी सुनिश्चित करें कि मेटों द्वारा समूह बनाकर टास्क का आवंटन किया जा रहा है या नहीं। मस्टररोल दो प्रतियों में बनाए जाकर एक प्रति को आंगनबाड़ी पर चस्पा किया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने बैठक के दौरान कार्यस्थल निर्देश पुस्तिका छपवाने, वेज लिस्ट में कार्य का नाम देने, नये सिरे से तैयार की गई मेजरमेंट बुक काम में लेने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद, एडीम बी एल मेहरड़ा ने भी आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर चूरू एसडीएम उम्मेद सिंह, राजगढ एसडीएम रामनिवास जाट, विकास अधिकारी राजेद्र गौड़, गोपीराम महला, तहसीलदार रूलीराम, अनिल माथुर सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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