जनवरी से शुरू होगा बीपीएल सर्वे
2 नवंबर। शिक्षा, श्रम एवं नियोजन मंत्राी मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने कहा है कि प्रदेश में जनवरी २०१० से बीपीएल चयन के लिए फिर से प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसके लिए नए नियम और प्रावधान तय किए गए हैं। मेघवाल सोमवार को सुजानगढ क्षेत्रा के गांव कोलासर में नव क्रमोन्नत राजकीय माध्यमिक विद्यालय के उद्घाटन समारोह में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पदोन्नतियों के जरिए बड़ी संख्या में माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों के पद भरे गए हंै, फिर भी प्रदेश भर के अनेक सैकंडरी स्कूलों में प्रधानाध्यानक के पद रिक्त हैं। इसके लिए आरपीएससी के माध्यम से परीक्षा आयोजित कर २००० प्रधानाध्यापकों की भर्ती की जाएगी। शिक्षा मंत्राी ने कहा कि जिन शिक्षकों को पदोन्नति दी गई है, वे ०५ नवंबर से पहले अपने नए पदस्थापन स्थान पर ज्वॉइन कर लें अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उनके दूरस्थ गांवों में स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और शैक्षणिक विकास के लिए सभी स्थानों पर जरूरत के मुताबिक स्कूल खोले जाएंगे तथा क्रमोन्नत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने पहली बार इतने व्यापक स्तर पर पदोन्नतियां कर गांवों में अध्यापकों की व्यवस्था की है। इससे गांवों के शिक्षण स्तर में सुधार होगा। उन्होंने कम्प्यूटर शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि अब जमाना विज्ञान और तकनीक का है, इसलिए अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ें। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे सरकारी क्षेत्रा के साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में भी रोजगार की संभावनाओं की तलाश करें क्योंकि निजी क्षेत्रा में अपार अवसर हैं। उन्होंने कहा कि अकाल की विभीषिका के मध्येनजर चारा डिपो खोले जा रहे हैं तथा गायोें के लिए पशु शिविर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि चाहे कहीं से भी लाना पड़े, अनाज और चारे के अभाव में पलायन नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और क्षतिग्रस्त सड़कों को ठीक किया जा रहा है। सरकार पेयजल संकट के प्रति इतनी संवेदनशील है कि अकेले सुजानगढ क्षेत्रा में पिछले दस माह में ४८ ट्यूबवैल स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश तैयार कर चालू किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए पूर्व प्राथमिक शिक्षण का कार्य शुरू करवाया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकताओं को ही उन बालकों का सरकारी विद्यालयों में प्रवेश और ठहराव सुनिश्चित करना होगा। प्रधान पूसाराम गोदारा ने ग्रामीणों से कहा कि शिक्षा के बिना समाज का उत्थान असंभव है। हम जब तक शिक्षित नहीं होंगे, तब तक विकास की बात करना ही बेमानी है। इसलिए अपने बच्चों को विद्यालयों में भेजें और उनके अच्छे भविष्य के लिए अच्छी शिक्षा का प्रबंध करें।इससे पूर्व शिक्षा मंत्राी सहित सभी अतिथियों का साफा बांधकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस मौके पर जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, कृषि उपज मंडी सुजानगढ के अध्यक्ष सुरजाराम ढाका, माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक बलराम मीणा, डीईओ (प्रारंभिक) ओमप्रकाश जांगिड़, डीईओ (माध्यमिक) गजेंद्र सिंह शेखावत, राधेश्याम अग्रवाल, जेठाराम, त्रिालोकसिंह, सरपंच रामेश्वरलाल, नानूराम सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे। संचालन रामनिवास घोटिया ने किया। सादगी और मितव्ययता पर बल दिया- शिक्षा मंत्राी ने सोमवार को नव क्रमोन्नत राजकीय माध्यमिक विद्यालय खारिया कनीराम का उद्घाटन सरस्वती प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एक भी ऐसा स्कूल नहीं होगा, जिसमें प्रधानाध्यापक नहीं हो। सरपंच बलबीर, स्वतंत्राता सेनानी मेघसिंह, हजारी सिंह, किशनदास स्वामी, कल्याणसिंह, आसाराम आदि ने साफा बांधकर व माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत से भाव-विभोर शिक्षा मंत्राी मेघवाल ने अकाल के मध्येनजर स्वागत कार्यक्रमों में भी मितव्ययता और सादगी पर बल दिया। शिक्षा मंत्राी ने सोमवार को न्यामा व खारिया बड़ा में भी नव क्रमोन्नत माध्यमिक विद्यालयों का उद्घाटन किया।
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